खंडवा - “मिशन अमृत संचय” के तहत गठित पंधाना विकासखंड के विभिन्न ग्रामों के लिए गठित जल समितियों के सदस्यों को पंधाना के कृषि उपज मंडी प्रांगण में आयोजित कार्यशाला में सोमवार को प्रशिक्षित किया गया। इस कार्यक्रम में पंधाना विधायक श्रीमति छाया मोरे, जनपद अध्यक्ष श्रीमति सुमित्रा विजय काले के साथ साथ कलेक्टर श्री ऋषव गुप्ता, जिला पंचायत के सीईओ डॉ. नागार्जुन बी. गौड़ा, पंधाना एसडीएम सुश्री दीक्षा भगोरे सहित विभिन्न अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
प्रशिक्षण सह कार्यशाला में विधायक श्रीमति मोरे ने संबोधित करते हुए कहा कि हर वर्ष भूजल स्तर लगातार गिरता जा रहा है। हमें पानी बचाने के लिए विशेष प्रयास करना होंगे। पानी बचाने की दिशा में हम अभी नहीं जागे, तो बहुत देर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि पानी बचाना किसी एक व्यक्ति का दायित्व नहीं है, बल्कि यह हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि वर्षा के जल की एक एक बूंद सेे भूजल स्तर बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा शुरू किये गये इस “अमृत संचय अभियान” को एक जन आंदोलन बनाये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि “मिशन अमृत संचय” के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वालों को उनकी तरफ से अलग से पुरस्कृत किया जाएगा। उन्होंने उपस्थित सभी ग्रामीणों से गणेशोत्सव के दौरान मिट्टी की मूर्तियां खरीदने की अपील की। विधायक श्रीमति मोरे ने कहा कि प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियां बिल्कुल न खरीदें।
जनपद अध्यक्ष पंधाना श्रीमती काले ने जल समितियों के सदस्यों से कहा कि गांव-गांव में पानी का महत्व बतायें और सभी से वर्षा का पानी बचाने की अपील करें। उन्होंने जल समितियों के उपस्थित सदस्यों से अपील की कि पहले वे अपने घरों में रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवायें और फिर गांव के अन्य लोगों को भी उनके घरों में रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि खंडवा जिले में जल संरक्षण के क्षेत्र में हुए सराहनीय कार्यों के फलस्वरूप ही देश व प्रदेश में खंडवा जिला प्रथम स्थान पर आया है।
कलेक्टर श्री ऋषव गुप्ता ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि हम जितना पानी खर्च करते हैं, उतना पानी बचाने की जिम्मेदारी भी हमारी ही है। उन्होंने कहा कि जिले की हर पक्की छत से वर्षा का पानी भूजल संवर्धन के उपयोग में आए, यह अगले 30 जून से पूर्व हमें सुनिश्चित करना है। उन्होंने पंधाना क्षेत्र की जल समिति के सदस्यों को शामिल करते हुए एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाने के लिए भी कहा, ताकि जल संरक्षण से संबंधित गतिविधियों को उसमें शेयर किया जा सके और अधिकारियों द्वारा इस ग्रुप में “मिशन अमृत संचय” के संबंध में दिशा निर्देश पोस्ट किये जा सकें। कलेक्टर श्री गुप्ता ने कहा कि अमृत संचय अभियान के तहत हमें जिले के सभी शासकीय व प्राइवेट भवनों की पक्की छतों पर रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाना है, ताकि वर्षा के पानी की एक-एक बूंद जमीन में समाकर भूजल स्तर को बढ़ाए। उन्होंने कहा कि 30 जून, 2026 तक प्रत्येक पक्की छत पर रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाने के लिए “मिशन अमृत संचय” प्रारंभ किया गया है।
कार्यक्रम में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. गौड़ा ने इस अवसर पर कहा कि मिशन अमृत संचय के तहत भूजल संरक्षण की दिशा में सराहनीय कार्य करने वाली पंचायतों, नगर निगम तथा नगर परिषद के वार्डों को चयनित कर पुरस्कृत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रत्येक विकासखंड से 5 सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायतों को, नगरीय निकायों से सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले वार्डाें का चयन कर पुरस्कृत किया जाएगा। भाजपा के प्रतिनिधि श्री वीरेंद्र चोरे ने इस अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा “मिशन अमृत संचय” अभियान शुरू करने के लिए कलेक्टर श्री गुप्ता की सराहना की और कहा कि उनके भगीरथी प्रयासों से जिले के भूजल स्तर में निश्चित ही वृद्धि होगी।
इससे पूर्व मास्टर ट्रेनर्स श्री के.बी. मंसारे, कुलदीप फरे, दीपक खले, प्रवीण खाकरे, दीपा अनमोले और राजेश बिल्लोरे द्वारा जल समिति के सदस्यों को पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से भूजल संरक्षण के संबंध में विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया तथा लघु नाटिका के माध्यम से पानी बचाने के लिए सभी को प्रेरित किया। इसके अलावा जल समिति के सदस्यों को बोरी बंधान बनाने, डगवेल रिचार्ज बनाने, हैंड पंपों के आसपास सोखता गड्ढे बनाने, मेढ़ बंधान, नाला गहरीकरण कंटूर ट्रेंच जैसी जल संग्रहण संरचनाओं के निर्माण के संबंध में भी प्रशिक्षण के दौरान जानकारी दी गई। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन जनपद पंचायत पंधाना के सीईओ श्री सुरेश टेमने ने किया।