जल संरक्षण में खंडवा की ऐतिहासिक उपलब्धि, सद्भावना मंच ने कलेक्टर ऋषव गुप्ता को किया सम्मानित

खंडवा — जल संरक्षण और संवर्धन के क्षेत्र में खंडवा जिला पूरे देश में श्रेष्ठता का प्रतीक बनकर उभरा है। जिला प्रशासन के नवाचार, सतत प्रयासों और जनभागीदारी के उत्कृष्ट मॉडल के कारण खंडवा को राष्ट्रीय स्तर पर देश का सर्वश्रेष्ठ जिला चुना गया। इस अद्वितीय उपलब्धि पर महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू द्वारा नई दिल्ली में तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा भोपाल में कलेक्टर श्री ऋषव गुप्ता सहित पूरी जिला टीम को सम्मानित किया गया।
इसी गौरवशाली उपलब्धि के सम्मान में सद्भावना मंच ने अध्यक्ष प्रमोद जैन के नेतृत्व में कलेक्टर श्री ऋषव गुप्ता का विशेष सम्मान किया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी सदस्यों ने खंडवा को राष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए प्रशासन की इस अनूठी पहल की सराहना की।
जल संरक्षण में खंडवा मॉडल — पूरे देश के लिए मिसाल
कलेक्टर ऋषव गुप्ता के मार्गदर्शन में जिले में संचालित जल संरक्षण गतिविधियाँ लोगों की सहभागिता पर आधारित रहीं—
- गाँवों में कैचमेंट एरिया डवलपमेंट
- खुशी तालाब, स्टॉप-डैम, चेकडैम जैसी संरचनाओं का तेजी से निर्माण
- भूजल पुनर्भरण के लिए रूफ वाटर हार्वेस्टिंग का विस्तार
- स्कूल–कालेजों में जल जागरूकता अभियान
- नदियों–नालों के पुनर्जीवन हेतु सामुदायिक श्रमदान
इन प्रयासों ने खंडवा की धरती को जल समृद्ध बनाया है। कई क्षेत्रों में भूजल स्तर में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
सद्भावना मंच का सम्मान— प्रशासन और समाज का मजबूत संवाद
सद्भावना मंच के अध्यक्ष प्रमोद जैन ने कहा कि खंडवा को मिली यह उपलब्धि केवल प्रशासन की नहीं, बल्कि पूरे जिले की सामूहिक चेतना का परिणाम है। उन्होंने कलेक्टर गुप्ता को सम्मानित करते हुए कहा कि—
“आपकी दूरदर्शी सोच और निरंतर प्रयासों ने खंडवा का नाम राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज करा दिया है।”
कलेक्टर ऋषव गुप्ता का संदेश — ‘‘जल संरक्षण हमारा सामूहिक उत्तरदायित्व’’
सम्मान ग्रहण करते हुए कलेक्टर गुप्ता ने कहा कि आने वाली पीढ़ियों के सुरक्षित भविष्य के लिए जल संरक्षण अनिवार्य है। उन्होंने कहा—
“आज की एक छोटी पहल कल बड़े परिवर्तन की नींव बन सकती है। हमें अपने हर घर में रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित कर भूजल बचाने की दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए।”
उन्होंने सद्भावना मंच सहित सभी नागरिकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रशासन तभी सफल होता है जब समाज सक्रिय रूप से अपनी भूमिका निभाए।
खंडवा ने जल संरक्षण की दिशा में जो कार्य किया है, वह एक विजन नहीं बल्कि आंदोलन बन चुका है। राष्ट्रीय सम्मान से सजे इस गौरव को और आगे ले जाने के लिए समाज और प्रशासन का यह तालमेल आने वाले समय में नई मिसालें स्थापित करेगा।
यह सम्मान सिर्फ एक अधिकारी का नहीं, बल्कि खंडवा की मिट्टी, उसकी उम्मीदों और उसके जनसहयोग की विजय है।
